मैंने एक ज़ख़्मी शब्द चुना और उसके इर्द-गिर्द रचा अर्थों और
किरादारों का एक घरोंदा
भर दिया फिर उसे आधे जले गीतों
किरादारों का एक घरोंदा
भर दिया फिर उसे आधे जले गीतों
और बिखरे टूटे रंगों में
वक्त बीत चला यादों के कारवाँ के साथ
और साथ ले चला अपने उसका नाम
हाँ शायद वह मेरा बिना ही खुश है
मेरा आँसु , मेरा प्यार
वक्त बीत चला यादों के कारवाँ के साथ
और साथ ले चला अपने उसका नाम
हाँ शायद वह मेरा बिना ही खुश है
मेरा आँसु , मेरा प्यार
This translation was an outcome of a dialogue, as most translations are. This was possible with a dialogue with my friend Pramod who zealously reads my work and creates a new work in translation itself.
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