imprints on the sands of time
Sunday, December 4, 2016
बिखरा केवल मैं ही नहीं
बिखरा केवल मैं ही नहीं
आदत में अक्सर हर चीज
बिखरी लगती है, शब्द,
चाय के गिलास, कपड़े ,
और स्मृतियाँ।
कितना कुछ है अतिरिक्त जो
बीता नहीं.
Aug. 17, 2016
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