imprints on the sands of time
Monday, February 7, 2022
जिंदगी की जद्दो जहद में
अक्सर जिंदगी की जद्दो जहद
में वास्ता दरवाज़ों से होता
एक दरवाज़े से प्रवेश
एक से निकास
एक आने से पहुंचने
के बीच सिमटी जिंदगी
जो स्थिर है
जो गौण है
वह उसका हिस्सा नहीं
जैसे यह बालकनी
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